इलाइची की जैसे ही बात आती है वैसे ही हमें इसकी सुगंध का अहसास हो जाता है। हम इलाइची का प्रयोग चाय बनाने में खूब करते है, जिससे चाय का स्वाद और भी बढ़ जाता है। वही जब भी खीर बनाते है, तब भी हम इलाइची का प्रयोग खूब करते है, इसके साथ-साथ हम इलाइची का प्रयोग हम सब्जी में भी करते है इससे सब्जी की स्वाद और भी बढ़ जाता है।
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वही इलाइची की बात करे तो आपको बता दूँ की इलाइची हम ज्यादातर मार्केट से ही खरीद कर लाते है। ऐसे में इलाइची महंगा भी परता है। लेकिन कुछ टिप्स को अगर आप अपना लेंगे तो घर में ही आप आराम से इलाइची का पौधा लगा सकते है, और सालो-साल इलाइची पौधा में से तोर कर आप इलाइची खा सकते है, तो चलिए जानते है, इलाइची का पौधा आप कैसे लगा सकते है।
बीज का चयन
अगर आप भी इलाइची को घर में ही उगाना चाहते है, तो इसके लिए आपको सबसे पहले मार्केट से एक बेहतर किस्म का इलाइची का बीज खरीदने की जरुरत पड़ेगी, ध्यान रहे की आप हमेसा एक बेहतर किस्म का ही इलाइची का बीज ख़रीदे नहीं तो आपका बीज अंकुरित ही नहीं होगा।
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मिट्टी का चुनाव
सबसे पहले आप साधारण मिट्टी आप 50 प्रतिशत ले, इसके बाद आप इसमें 30 प्रतिशत गोबर मिला ले इसक बाद आप 10 प्रतिशत आप इसमें उर्बरक मिला ले और फिर आप इसमें 10 प्रतिशत कोकोआ पाउडर मिला ले और इसके बाद आप आपका मिट्टी तैयार है अब आप इसमें बीज लगा सकते है इलाइची के।
इलाइची लगाने की प्रक्रिया
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इसके बाद आप रात भर टिसू पेपर में इलाइची के बीज डाले और इसके बाद आप इसके ऊपर पानी को छिरक दे और रात भर छोर दे सुबह आप मिट्टी को फिर से मिला ले और आप इस बीज को इस मिट्टी में 3 इंच निचे डाले और इसको आप छोर दे जैसे ही बीज अंकुरित होकर पौधा के पत्ते के 4 सेट तैयार हो जाए तो आप इस पौधा तो ट्रांसप्लांट कर ले यानी की आप पौधा को उखाड़ कर आप दूर गमले में लगा दे।
पौधे लगाने के लिए मिट्टी कैसे तैयार करे
अब आप इलाइची के पौधे लगाने के लिए मिट्टी तैयार करे इसके लिए आप साधारण मिट्टी आप 70 प्रतिशत ले और इसमें आप 10 प्रतिशत गोवर मिला ले और इसमें 20 प्रतिशत कम्पोस्ट खाद मिला ले और इसको अच्छा से मिला ले इसके बाद आप इसको एक गमले में डाले और इसके बाद आप इसमें इलाइची के पौधे को रोप दे इसके बाद आप इसमें पानी डाले।
इन बातो का रखे ख्याल
अगर आप इलाही के पौधे लगा रहे है तो इसके लिए आपको बेहतर सिचाई की जरुरत होगी तो आप महीने में 5 बार सिचाई करनी है वही आप इस पौधे में एक दिन के अंतराल पर पानी डाले और आप इसको करि धुप में भी नहीं डाले।